गौतम बुद्ध महापुरुषों के सुविचार
दुख का कारण इच्छा है, इच्छाओं को कम करना ही मुक्ति है।
अपने मन को जितो, क्योंकि मन से बड़ी कोई जीत नहीं।
क्रोध और अहंकार से हमेशा दूरी बनाओ।
जो अपने भीतर शांति पाता है, वही सच्चा सुखी है।
दूसरों के दोष मत ढूंढो, अपने दोष सुधारो।
जीवन की सच्ची खुशी संतोष में है।
हर दिन एक नया अवसर है अपने आप को सुधारने का।
शांति वह साधना है जो मन से शुरू होती है।
सच्चा ज्ञान अनुभव से आता है, पढ़ाई से नहीं।
अहिंसा सबसे बड़ी शक्ति है।
मनुष्य अपने विचारों का परिणाम है।
दूसरों को क्षमा करना ही सच्ची ताकत है।
लोभ और मोह से मुक्ति ही जीवन का लक्ष्य है।
अपने कर्मों के प्रति सजग रहो।
बुद्धिमान वही है जो हर परिस्थिति में संतुलित रहे।
ज्ञान और समझ ही अंधकार को दूर करती हैं।
सुख दूसरों में दया और करुणा फैलाने में है।
आत्मा की शांति सबसे बड़ी संपत्ति है।
जो दूसरों को चोट पहुँचाता है, वह स्वयं चोट खाता है।
वर्तमान क्षण में जियो, अतीत में मत फँसो।
सच्चाई और धर्म का पालन ही जीवन का मार्ग है।
अपनी इच्छाओं को नियंत्रित करना ही बुद्धिमानी है।
मानसिक शांति शरीर की सेहत से भी अधिक महत्वपूर्ण है।
अहंकार मिटाओ, विनम्रता अपनाओ।
जो ज्ञान को अपनाता है, वही जीवन को समझता है।
शांति और संतोष से बड़ा कोई धन नहीं।
दूसरों की भलाई सोचो, तभी जीवन सार्थक है।
अपने विचारों को संयमित रखना ही आत्मशक्ति है।
दूसरों को दोष देने से पहले स्वयं को परखो।
आत्म-नियंत्रण जीवन का मूल मंत्र है।
क्षमा और दया से मन शांत होता है।
जो अपने मन पर विजय पाता है, वह संसार पर विजय पाता है।
सुख और दुख अस्थायी हैं, संतोष स्थायी है।
लोभ और लालच से जीवन बिगड़ता है।
दूसरों को सम्मान दो, अहंकार छोड़ो।
हर जीव का जीवन मूल्यवान है।
अपने कर्मों का फल स्वयं भुगतना पड़ता है।
शांति के मार्ग पर चलो, हिंसा से दूर रहो।
सच्चा मित्र वही है जो मुश्किल में साथ दे।
इच्छाओं को कम करना ही आत्मा का विकास है।
जो स्वयं पर विजय पाता है, वही महान है।
भूतकाल पर चिंता मत करो, भविष्य की चिंता भी मत करो।
सच्चाई और धर्म के मार्ग पर चलो।
दूसरों की सहायता करने में सच्ची खुशी है।
अपने मन को शुद्ध रखना जीवन का लक्ष्य है।
अहंकार जीवन को विनाश की ओर ले जाता है।
ज्ञान ही मनुष्य का सबसे बड़ा सहारा है।
जो दूसरों के दुःख में सहभागी बनता है, वही महान है।
संयम जीवन की सबसे बड़ी शक्ति है।
साधना से ही आत्मा का विकास होता है।
अपने मन की वासनाओं पर नियंत्रण रखो।
क्रोध और द्वेष से मुक्त रहो।
जीवन का उद्देश्य केवल सुख नहीं, बल्कि ज्ञान है।
दूसरों की भलाई सोचो, स्वयं का भला स्वतः होगा।
संतोष से बड़ा कोई धर्म नहीं।
ध्यान और ध्यानाभ्यास से मन को शांति मिलती है।
जो सच्चाई और धर्म का पालन करता है, वही अमर होता है।
अपने कर्मों में ही जीवन का सार है।
अहिंसा केवल दूसरों के लिए नहीं, स्वयं के लिए भी जरूरी है।
विनम्र बनो, अहंकार से दूर रहो।
अपने मन पर विजय पाना सबसे कठिन लेकिन सबसे बड़ा कार्य है।
सोच समझ कर बोलो और कार्य करो।
दूसरों के दुःख में संवेदनशील बनो।
अपने कर्मों के लिए स्वयं जिम्मेदार बनो।
लोभ, क्रोध और मोह से दूर रहो।
ध्यान से मन की गंदगी दूर होती है।
ज्ञान और अनुभव से ही बुद्धि बढ़ती है।
सच्चा सुख आत्मा की शांति में है।
जीवन में संयम ही सबसे बड़ी पूंजी है।
दूसरों की भलाई सोचो, अहंकार छोड़ो।
अपने मन को नियंत्रित करना ही सबसे बड़ी साधना है।
क्षमा और दया से जीवन सुंदर बनता है।
जो स्वयं को जानता है, वही सच्चा ज्ञानी है।
इच्छाओं का संतुलन जीवन को आसान बनाता है।
वर्तमान क्षण में जियो, अतीत और भविष्य में मत फँसो।
अपने आप को सुधारो, दूसरों को नहीं बदलो।
सच्चाई और धर्म का पालन जीवन को सार्थक बनाता है।
अपने मन को स्वच्छ रखो, बाहरी संसार स्वतः स्वच्छ लगेगा।
दूसरों की मदद करना जीवन का धर्म है।
संतोष और संयम से जीवन आसान बनता है।
अपने क्रोध को नियंत्रित करना ही बुद्धिमानी है।
मनुष्य स्वयं अपने कर्मों का निर्माता है।
ध्यान और साधना से मन को शांति मिलती है।
अहंकार और लोभ से जीवन में दुख आता है।
दूसरों के प्रति दया और करुणा रखो।
अपने ज्ञान का उपयोग केवल सच्चाई के लिए करो।
संयम और शांति जीवन के सर्वोत्तम साथी हैं।
जो दूसरों के दुःख में सहभागी बनता है, वही सच्चा महान है।
इच्छाओं और वासनाओं पर नियंत्रण ही आत्मा का विकास है।
अपने कर्मों का फल धैर्यपूर्वक स्वीकार करो।
क्रोध, द्वेष और अहंकार को त्यागो।
जीवन का उद्देश्य केवल भौतिक सुख नहीं, आत्मिक ज्ञान है।
अपने मन की गंदगी दूर करो, जीवन स्वच्छ बनेगा।
दूसरों की भलाई में ही स्वयं की भलाई है।
संयम, क्षमा और दया जीवन के तीन स्तंभ हैं।
अपने ज्ञान का प्रकाश दूसरों के लिए बनाओ।
जो स्वयं पर विजय पाता है, वही संसार में विजय प्राप्त करता है।
जीवन में सच्ची शांति केवल बुद्धिमान और संयमी लोगों को मिलती है।
“जो बीत गया है, उस पर मत सोचो, जो आने वाला है उसकी चिंता मत करो, वर्तमान में जियो।”
“शांति भीतर से आती है, इसे बाहर मत खोजो।”
“तीन चीज़ें अधिक देर तक छुपी नहीं रह सकतीं – सूर्य, चंद्रमा और सत्य।”
“क्रोध को प्रेम से, बुराई को भलाई से, लोभ को दान से और झूठ को सत्य से जीतना चाहिए।”
“अपने मन पर नियंत्रण रखो, वरना यह तुम्हारा नियंत्रण कर लेगा।”
“हजारों दीपक एक दीपक से जल सकते हैं और उसकी रोशनी कम नहीं होती।”
“मनुष्य अपने विचारों से बनता है, जैसा वह सोचता है, वैसा ही बन जाता है।”
“भूतकाल में मत उलझो, भविष्य की चिंता मत करो, वर्तमान में रहो।”
“दुख का कारण इच्छाएँ हैं, इच्छाओं का त्याग ही सुख है।”
“खुद को जीतना सबसे बड़ी जीत है।”
“अपने क्रोध को पकड़कर रखना, जलते अंगारे को पकड़ने जैसा है – इसमें तुम ही जलते हो।”
“दूसरों को सिखाने से पहले खुद सीखो।”
“सभी जीवों के प्रति करुणा रखो, यही धर्म है।”
“जीवन में सबसे बड़ा धन स्वास्थ्य है।”
“सच्चा आनंद भीतर से आता है, बाहरी वस्तुओं से नहीं।”
“मन को काबू में रखना सबसे बड़ी जीत है।”
“वाणी में मिठास रखो, क्योंकि शब्द भी जख्म दे सकते हैं।”
“हर दिन नई शुरुआत का अवसर है।”
“दूसरों की मदद करना ही सबसे बड़ा धर्म है।”
“हमेशा सच बोलो, क्योंकि सच कभी नहीं हारता।”
“भलाई करना ही सच्चा धर्म है।”
“करुणा से भरा हृदय ही सच्चा मानव है।”
“खुश रहना तुम्हारा अपना चुनाव है।”
“शांति से बढ़कर कोई सुख नहीं।”
“अपने कर्म से अपनी पहचान बनाओ।”
“अंधकार को कोसने से बेहतर है एक दीप जलाना।”
“हर समस्या का हल धैर्य में है।”
“सत्य कभी पुराना नहीं होता।”
“अपने कर्मों से खुद को महान बनाओ।”
“खुद को सुधारो, दुनिया बदल जाएगी।”
“लोभ से बचो, यही सुख का रास्ता है।”
“सच्चा ज्ञान वही है जो व्यवहार में आए।”
“जीवन में संतुलन बनाए रखना ही सफलता है।”
“दुख अस्थायी है, सीख स्थायी।”
“सत्य और धर्म से बड़ी कोई ताकत नहीं।”
“दूसरों की मदद करने से आत्मा को शांति मिलती है।”
“अपने विचारों से अपना भविष्य बनाओ।”
“सच्चा सुख बाँटने में है।”
“अपने भीतर की अच्छाई को बनाए रखो।”
“प्रेम ही सबसे बड़ा उपहार है जो तुम दे सकते हो।”
“आत्मसंयम सबसे बड़ा अनुशासन है।”
“जब मन शांत हो जाता है, जीवन स्पष्ट हो जाता है।”
“जो अपने मन पर विजय पा ले, वह सब पर विजय पा सकता है।”
“धैर्य साधना का सबसे मजबूत आधार है।”
“दूसरों के लिए वही करो, जो तुम अपने लिए चाहते हो।”
“विपत्ति में भी आशा मत छोड़ो।”
“हर व्यक्ति अपने कर्मों का निर्माता है।”
“जो दूसरों को क्षमा करता है, वही सच्चा शक्तिशाली है।”
“अहंकार छोड़ो, ज्ञान प्राप्त होगा।”
“मन साफ हो तो जीवन भी साफ हो जाता है।”
“सच्चा धर्म प्रेम और करुणा है।”
“लालच से कभी संतोष नहीं मिलता।”
“ज्ञान तब तक अधूरा है, जब तक उसे आचरण में न लाओ।”
“अपने भीतर की रोशनी को जलाए रखो।”
“दुख से भागो मत, उसका कारण समझो।”
“अपने मन को समझना ही सच्चा ध्यान है।”
“भलाई कभी व्यर्थ नहीं जाती।”
“सुख और दुख मन की अवस्था है।”
“सही समय पर सही कर्म करना ही बुद्धिमत्ता है।”
“जीवन का हर क्षण कीमती है, इसे व्यर्थ मत करो।”
“जो दूसरों का भला करता है, उसका भला स्वयं हो जाता है।”
“क्रोध अंधा कर देता है, धैर्य रोशनी लाता है।”
“मन को जितना साधोगे, उतना ही सुख पाओगे।”
“हर दिन को अंतिम दिन की तरह जियो।”
“विचार ही तुम्हारा वास्तविक स्वरूप हैं।”
“सच्चा धर्म किसी को कष्ट न देना है।”
“पाप से घृणा करो, पापी से नहीं।”
“ज्ञान का दीपक अज्ञान का अंधकार मिटा देता है।”
“प्रेम और दया ही सच्ची शक्ति हैं।”
“अहंकार विनाश की जड़ है।”
“स्वयं को पहचानना ही सबसे बड़ा ज्ञान है।”
“मित्र वही है जो तुम्हें सत्य बताए।”
“शांति का मार्ग करुणा से होकर जाता है।”
“हर इंसान अपने भाग्य का निर्माता है।”
“अच्छे विचार अच्छे कर्म लाते हैं।”
“सच्चा इंसान वही है जो दूसरों के लिए जीता है।”
“विचार बदलो, जीवन बदल जाएगा।”
“सच्ची साधना मन की शुद्धि है।”
“धैर्य से कठिनाई भी आसान हो जाती है।”
“जो अपने दोष देख लेता है, वह सुधार सकता है।”
“सच्चा आनंद किसी को खुश करने में है।”
“जो भीतर शांत है, वही बाहर शांत है।”
“जो प्यासा है, वही पानी का महत्व समझता है।”
“मन की लगाम अपने हाथ में रखो।”
“जीवन क्षणभंगुर है, इसे सार्थक बनाओ।”
“सुख-दुख आते-जाते हैं, पर मन स्थिर रहना चाहिए।”
“दूसरों का भला करना ही अपना भला करना है।”
“मौन में भी ज्ञान छिपा है।”
“स्वयं को जितना सुधारोगे, उतना ही संसार सुधरेगा।”
“सच्चाई सबसे बड़ी ताकत है।”
“कर्म ही तुम्हारी पहचान है।”
“जो करुणा रखता है, वह सबसे अमीर है।”
“अपने मन को शांत करना ही ध्यान है।”
“ज्ञान साझा करने से बढ़ता है।”
“दुनिया बदलने की शुरुआत खुद से करो।”
“जीवन में परिवर्तन ही स्थायी है।”
“अज्ञान सबसे बड़ा अंधकार है।”
“सत्य का मार्ग कठिन लेकिन श्रेष्ठ है।”
“हर इंसान के भीतर अच्छाई होती है।”
“अपने विचारों को शुद्ध रखो, कर्म अपने आप सुधर जाएंगे।”
“ध्यान मन को शांत करने की सबसे बड़ी कला है।”
“जीवन में हर अनुभव एक गुरु है।”
“क्रोध को जीतना ही सबसे बड़ी बहादुरी है।”
“सच्चा धर्म सभी जीवों के लिए करुणा रखना है।”
“दुख का अंत सही ज्ञान में है।”
“जो स्वयं को बदलता है, वह दुनिया बदल देता है।”
“हर दिन को एक नई शुरुआत समझो।”
“मन की पवित्रता ही सच्चा आभूषण है।”
“बिना अपेक्षा के भलाई करो।”
“सुख बाहर नहीं, अपने भीतर खोजो।”
“अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहो।”
“मित्रता सच्चाई और विश्वास पर टिकी होती है।”
“जो दान देता है, वह सबसे अमीर है।”
“धैर्य हर मुश्किल का हल है।”
“सच्चा प्रेम निःस्वार्थ होता है।”
“मन जितना शांत, जीवन उतना सरल।”
“सफलता का मार्ग संयम से होकर जाता है।”
“सच्चा सुख त्याग में है।”
“अहंकार ज्ञान का सबसे बड़ा दुश्मन है।”
“दूसरों की आलोचना से पहले खुद को देखो।”
“सत्य समय के साथ और उज्ज्वल होता है।”
“वर्तमान ही सबसे बड़ा उपहार है।”
“दुख से डरने के बजाय उसे समझो।”
“हर विचार एक बीज है, सही बीज बोओ।”
“मित्र वह है जो अंधेरे में भी साथ चले।”
“सच्चा बल अंदर से आता है।”
“जीवन में जितना दोगे, उतना पाओगे।”
“संतोष ही सबसे बड़ी संपत्ति है।”
“दूसरों के लिए वह मत करो, जो तुम अपने लिए नहीं चाहते।”
“कर्म बिना फल की इच्छा के करो।”
“मनुष्य का स्वभाव उसके शब्दों से झलकता है।”
“दुनिया को जीतने से पहले अपने मन को जीतो।”
“सच्चा तप दूसरों की सेवा है।”
“विचारों से ही जीवन का निर्माण होता है।”
“हर दिन खुद को सुधारने का प्रयास करो।”
“दूसरों को सम्मान दो, स्वयं सम्मान पाओगे।”
“सच्चा ज्ञानी कभी घमंडी नहीं होता।”
“हर जीव के साथ दया का व्यवहार करो।”
“शांति के बिना सुख असंभव है।”
“दुनिया को बदलने का तरीका है – खुद बदलना।”
“बुरी संगत से अकेलापन अच्छा है।”
“सत्य और करुणा हमेशा साथ चलते हैं।”
“गलतियों से सीखना ही बुद्धिमानी है।”
“जो तुम्हारे पास है, उसमें संतुष्ट रहो।”
“दया सबसे बड़ी शक्ति है।”
“अच्छा इंसान बनने की कोशिश करो, न कि बड़ा।”
“खुशी बाँटने से बढ़ती है।”
“हर इंसान अपने कर्मों से महान बनता है।”
“ज्ञान का उपयोग ही सच्चा ज्ञान है।”
“अपने विचारों को सकारात्मक रखो।”
“दूसरों को माफ करना सीखो।”
“मन की शुद्धि ही सच्चा पुण्य है।”
“हर कार्य पूरी लगन से करो।”
“दुखी होने का कारण अपेक्षाएँ हैं।”
“सत्य को कभी छुपाना नहीं चाहिए।”
“धैर्य ही सच्चा साहस है।”
“करुणा से ही द्वेष मिटता है।”
“वाणी को मधुर और विनम्र रखो।”
“सच्चा सुख निस्वार्थ प्रेम में है।”
“अपने मन को साधना ही सबसे बड़ी जीत है।”
“जीवन में हर क्षण को आभार से जियो।”
“अच्छे विचार अच्छे परिणाम लाते हैं।”
“मन जितना शांत, जीवन उतना प्रकाशमय।”
“अपने कर्मों से प्रेरणा दो।”
“किसी के साथ बुरा मत करो, भले उसने तुम्हारे साथ बुरा किया हो।”
“वर्तमान में रहो, यही जीवन है।”
“स्वार्थ से परे जाकर सेवा करो।”
“जीवन छोटा है, इसे सार्थक बनाओ।”
“हर परिस्थिति में संयम रखो।”
“दूसरों को खुश करने में खुशी पाओ।”
“सत्य हमेशा विजयी होता है।”
“करुणा से भरा हृदय ही अमूल्य है।”
“दुख में भी उम्मीद बनाए रखो।”
“मनुष्य अपने कर्मों से पहचाना जाता है।”
“हर कार्य में ईमानदारी रखो।”
“जीवन को सरल बनाओ, खुश रहो।”
“दूसरों को समझना ही सच्चा ज्ञान है।”
“लोभ से दूरी ही शांति का मार्ग है।”
“अच्छे विचार आत्मा को उजाला देते हैं।”
“दूसरों का भला करने से बड़ा कोई धर्म नहीं।”
“क्रोध मन को अंधा कर देता है।”
“सत्य की राह पर धैर्य जरूरी है।”
“सुख-दुख को समान रूप से स्वीकारो।”
“भलाई करने का कोई समय नहीं होता।”
“हर इंसान में ईश्वर का अंश है।”
“वाणी का संयम बुद्धिमानी है।”
“ज्ञान का दीप खुद जलाओ, दूसरों को भी जलाओ।”
“सच्चा आनंद भीतर की शांति में है।”
“दूसरों को क्षमा करने से मन हल्का होता है।”
“हर जीव के प्रति करुणा रखो।”
“अच्छे कर्मों का फल अवश्य मिलता है।”
“जीवन का उद्देश्य दूसरों की सेवा करना है।”
“मन ही सब कुछ है, जैसा सोचोगे वैसा बनोगे।”
“दुख का कारण इच्छाएँ हैं।”
“क्रोध को जीतना सबसे बड़ी जीत है।”
“सत्य बोलना सबसे बड़ा धर्म है।”
“सुख बाहर नहीं, अपने भीतर है।”
“लोभ सभी दुखों की जड़ है।”
“हर जीव के प्रति दया रखो।”
“ध्यान ही शांति का मार्ग है।”
“दूसरों को माफ करना सीखो।”
“मौन ही सबसे अच्छा उत्तर है।”
“संतोष ही सबसे बड़ा धन है।”
“वर्तमान में जियो, यही जीवन है।”
“अज्ञान सबसे बड़ा अंधकार है।”
“सही मार्ग पर चलना ही धर्म है।”
“स्वार्थ छोड़ो, सेवा अपनाओ।”
“ज्ञान से ही मुक्ति मिलती है।”
“दुख को समझना ही उसका अंत है।”
“मन जितना शांत, जीवन उतना सुखी।”
“आत्मसंयम ही असली बल है।”
“अच्छे विचार बोओ, अच्छे फल पाओ।”
“दुनिया को बदलने से पहले खुद को बदलो।”
“बुरी संगत से अकेलापन अच्छा है।”
“भलाई का कोई अवसर मत छोड़ो।”
“हर कार्य पूरी लगन से करो।”
“धैर्य हर मुश्किल का हल है।”
“दूसरों के साथ वैसा व्यवहार करो जैसा अपने साथ चाहते हो।”
“अहंकार त्यागो, शांति पाओ।”
“करुणा से ही द्वेष मिटता है।”
“मित्रता विश्वास पर टिकती है।”
“मनुष्य अपने कर्मों से पहचाना जाता है।”
“क्रोध मन को अंधा कर देता है।”
“सत्य और करुणा साथ चलते हैं।”
“जो तुम्हारे पास है, उसमें संतुष्ट रहो।”
“खुशी बांटने से बढ़ती है।”
“अच्छा इंसान बनने की कोशिश करो, बड़ा नहीं।”
“हर जीव में ईश्वर का अंश है।”
“सच्चा आनंद भीतर की शांति में है।”
“ध्यान आत्मा को प्रकाश देता है।”
“मित्र वह है जो मुश्किल में साथ दे।”
“दूसरों का भला करना सबसे बड़ा धर्म है।”
“सच्चा प्रेम निस्वार्थ होता है।”
“शांति के बिना सुख असंभव है।”
“सत्य का मार्ग कठिन लेकिन श्रेष्ठ है।”
“संतोषी व्यक्ति हमेशा सुखी रहता है।”
“दूसरों की मदद करना ही सबसे बड़ा पुण्य है।”
“वर्तमान ही सबसे बड़ा उपहार है।”
“दुख को सहना नहीं, खत्म करना सीखो।”
“अपने मन को साधो, यही जीत है।”
“अच्छे कर्म करो, फल अपने आप मिलेगा।”
“हर जीव के साथ समानता का भाव रखो।”
“अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है।”
“मन की शुद्धि सबसे बड़ा पुण्य है।”
“दूसरों की आलोचना से पहले खुद को देखो।”
“सच्चा ज्ञानी विनम्र होता है।”
“अच्छे विचार आत्मा को उजाला देते हैं।”
“स्वार्थ से परे जाकर सेवा करो।”
“सुख-दुख को समान रूप से स्वीकारो।”
“जीवन छोटा है, इसे सार्थक बनाओ।”
“हर परिस्थिति में संयम रखो।”
“करुणा से भरा हृदय अमूल्य है।”
“दुख में भी उम्मीद बनाए रखो।”
“हर इंसान के भीतर अच्छाई है।”
“सच्चा प्रेम भय से मुक्त है।”
“सच्चा धर्म सबके लिए करुणा रखना है।”
“मन को नियंत्रित करना ही सबसे बड़ी ताकत है।”
“दूसरों का भला करने का कोई समय नहीं होता।”
“अच्छे मित्र जीवन का धन हैं।”
“ज्ञान का उपयोग ही असली ज्ञान है।”
“अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहो।”
“मित्रता में ईमानदारी जरूरी है।”
“अच्छे विचार जीवन बदल देते हैं।”
“मन जितना पवित्र, जीवन उतना उज्ज्वल।”
“अच्छे कर्म कभी व्यर्थ नहीं जाते।”
“क्रोध त्यागो, शांति पाओ।”
“सत्य ही विजय दिलाता है।”
“करुणा सबसे बड़ी शक्ति है।”
“ज्ञान से अंधकार मिटता है।”
“अपनी सोच बदलो, जीवन बदल जाएगा।”
“ध्यान मन को शांत करता है।”
“अच्छी वाणी सबसे बड़ा आभूषण है।”
“दूसरों की मदद में ही असली सुख है।”
“हर दिन को एक नई शुरुआत मानो।”
“गलतियों को स्वीकारना ही बुद्धिमानी है।”
“अपने कर्मों से प्रेरणा बनो।”
“सुख अपने भीतर है, बाहर नहीं।”
“धैर्य से ही सफलता मिलती है।”
“विचारों से ही जीवन का निर्माण होता है।”
“स्वार्थ छोड़कर प्रेम करो।”
“ज्ञान बांटने से बढ़ता है।”
“दूसरों के लिए वही करो जो अपने लिए चाहते हो।”
“दुखी होने का कारण अपेक्षाएं हैं।”
“सत्य समय के साथ उज्ज्वल होता है।”
“अच्छे विचार बीज हैं, अच्छे कर्म फल।”
“मन की स्थिरता सबसे बड़ा सुख है।”
“दूसरों की खुशी में अपनी खुशी खोजो।”
“अहंकार ज्ञान का शत्रु है।”
“सत्य की राह पर अकेलापन आता है।”
“सच्चा मित्र कभी साथ नहीं छोड़ता।”
“हर जीव के प्रति सम्मान रखो।”
“मन को नियंत्रित करना ही असली जीत है।”
“दूसरों के प्रति दया रखो।”
“करुणा और सत्य ही जीवन का आधार हैं।”