महात्मा गांधी के सुविचार
आप वह बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।
सत्य ही ईश्वर है और ईश्वर ही सत्य है।
जहाँ प्रेम है वहाँ जीवन है।
नम्रता किसी भी इंसान का सबसे बड़ा आभूषण है।
सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं।
आत्मा की आवाज़ ही सबसे सच्ची आवाज़ है।
दूसरों पर शासन करने से पहले स्वयं पर शासन करना सीखो।
सच्चाई पर चलने वाले को कोई हरा नहीं सकता।
डर केवल अज्ञान से उत्पन्न होता है।
क्रोध अज्ञान से जन्म लेता है और पछतावे पर खत्म होता है।
शांति बाहरी परिस्थिति से नहीं, भीतर से आती है।
ईमानदारी से जीना ही सच्चा जीवन है।
घृणा से घृणा नहीं मिटती, केवल प्रेम से मिटती है।
दूसरों को क्षमा करना बहादुर का गुण है।
सत्य और अहिंसा ही जीवन के सबसे बड़े शस्त्र हैं।
इंसान अपने विचारों से बनता है।
सेवा किए बिना जीवन अधूरा है।
धन से ज्यादा मूल्यवान चरित्र है।
सरल जीवन ही महान जीवन है।
मेहनत का कोई विकल्प नहीं।
अच्छे कर्म ही इंसान की पहचान हैं।
शिक्षा का उद्देश्य चरित्र निर्माण है।
बिना प्रयत्न कुछ भी संभव नहीं।
आलस्य सबसे बड़ा शत्रु है।
विश्वास बिना जीवन अधूरा है।
अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुनो।
स्वच्छता ईश्वर के निकट ले जाती है।
जीवन का असली आनंद सादगी में है।
बल से नहीं, सत्य से जीत मिलती है।
प्रेम सबसे बड़ी शक्ति है।
गरीब की सेवा ही ईश्वर की सेवा है।
सहनशीलता महानता की पहचान है।
आत्मविश्वास सबसे बड़ी पूँजी है।
मनुष्य अपने विचारों से बड़ा बनता है।
व्यर्थ चिंता जीवन को नष्ट करती है।
क्रोध को जीतना सबसे बड़ी जीत है।
स्वयं पर विश्वास करो, यही सफलता है।
जीवन का उद्देश्य सेवा और सत्य है।
देश की सेवा सबसे बड़ा कर्तव्य है।
कोई भी काम छोटा नहीं होता।
सच्चा धर्म दूसरों का भला करना है।
स्वावलंबन ही स्वतंत्रता है।
परिश्रम से ही जीवन सफल होता है।
सत्य का मार्ग कठिन लेकिन फलदायी है।
अहिंसा वीरों का आभूषण है।
सफलता का मार्ग सत्य से जाता है।
परिश्रम से भाग्य भी बदलता है।
जीवन का असली सुख सेवा में है।
दूसरों की भलाई ही असली पूजा है।
लोभ मनुष्य को छोटा बना देता है।
शिक्षा सबसे बड़ी संपत्ति है।
सत्य के लिए मरना भी श्रेष्ठ है।
ईमानदारी ही सबसे बड़ी ताकत है।
स्वच्छ हृदय में ही ईश्वर वास करता है।
साहस के बिना कुछ भी संभव नहीं।
आत्मसंयम ही आत्मशक्ति है।
परिश्रम से सब कुछ संभव है।
ईश्वर की आराधना सेवा से करो।
धर्म का अर्थ है सत्य पर अडिग रहना।
सच्चा मित्र वही है जो सेवा करता है।
सत्य ही मोक्ष का मार्ग है।
प्रेम का बीज बोओ, शांति मिलेगी।
दया से हृदय पवित्र होता है।
लोभ जीवन को दुःखी बना देता है।
जीवन का आनंद सरलता में है।
नफरत अंधकार है, प्रेम प्रकाश है।
बुराई का जवाब अच्छाई से दो।
आत्मशक्ति सबसे बड़ी संपत्ति है।
साधन पवित्र होंगे तो परिणाम भी पवित्र होंगे।
धर्म वही है जो सबके लिए हो।
जो सत्य में जीता है वही सुखी है।
मनुष्य का मूल्य उसके कर्म से है।
दूसरों के लिए जीना ही असली जीवन है।
ईश्वर की आराधना मन की शुद्धि है।
मन की शांति सबसे बड़ी दौलत है।
संयमित जीवन ही महान जीवन है।
जो क्षमा करता है वही महान है।
सत्य और अहिंसा ही ईश्वर की पूजा है।
धर्म का सच्चा अर्थ प्रेम है।
क्रोध जीवन को नष्ट करता है।
संयमित मन ही शांत रहता है।
दूसरों का भला करो, ईश्वर प्रसन्न होगा।
सच्चाई जीवन को सुंदर बनाती है।
आत्मा शुद्ध हो तो जीवन शुद्ध है।
प्रेम से बड़ा कोई धर्म नहीं।
सच्चा धर्म दूसरों को सुख देना है।
परिश्रम जीवन का आभूषण है।
जो सेवा करता है वही ईश्वर का भक्त है।
दूसरों के सुख में सुखी रहो।
त्याग से बड़ा कोई बल नहीं।
सत्य और सेवा जीवन के मार्गदर्शक हैं।
मनुष्य अपने सद्कर्मों से महान बनता है।
सत्य पर चलना कठिन लेकिन श्रेष्ठ है।
ईश्वर उन्हीं के साथ है जो सत्य पर चलते हैं।
क्षमा करना ईश्वर का गुण है।
अच्छा इंसान वही है जो दूसरों का भला करे।
प्रेम और सेवा ही सच्चा जीवन है।
सत्य, अहिंसा और प्रेम ही जीवन का सार है।
आप जो सोचते हैं, वही बन जाते हैं।
सच्चाई और प्रेम ही सबसे बड़ा धर्म है।
साधन की पवित्रता ही साध्य की पवित्रता सुनिश्चित करती है।
जब तक हम दूसरों को माफ करना नहीं सीखेंगे, तब तक शांति नहीं मिलेगी।
सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है।
जो दूसरों के लिए जीता है वही सच्चा इंसान है।
आत्मबल ही सबसे बड़ी शक्ति है।
डर केवल अज्ञान से पैदा होता है।
आत्मसंयम से जीवन महान बनता है।
जहां प्रेम है वहां जीवन है।
न्याय बिना हिंसा के भी संभव है।
स्वयं को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है दूसरों की सेवा में खो जाना।
प्रेम से ही शत्रु को मित्र बनाया जा सकता है।
क्रोध अहिंसा का सबसे बड़ा शत्रु है।
एक कदम भी अगर सत्य की ओर हो तो वह महान है।
धर्म का मूल सत्य और अहिंसा है।
हमें बदलाव खुद से शुरू करना चाहिए।
जो परिवर्तन आप दुनिया में देखना चाहते हैं, वही परिवर्तन पहले खुद बनें।
अच्छे विचारों से ही अच्छा समाज बनता है।
ईश्वर उन्हीं की सहायता करता है जो सत्य के मार्ग पर चलते हैं।
किसी के प्रति द्वेष मत रखो।
सादा जीवन ही सबसे बड़ा वैभव है।
बिना हिंसा के संघर्ष भी सफल हो सकता है।
जीवन में संतोष ही सबसे बड़ा धन है।
सत्य के मार्ग पर चलना कठिन है पर महान है।
हर व्यक्ति के अंदर ईश्वर का वास होता है।
जहां सेवा है वहां ईश्वर है।
प्रेम ही दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति है।
घृणा से घृणा नहीं मिट सकती, केवल प्रेम ही घृणा को मिटा सकता है।
धैर्यवान व्यक्ति ही सच्चा योद्धा है।
असफलता भी सीखने का अवसर है।
आत्मनिर्भरता ही सच्ची स्वतंत्रता है।
ईमानदारी जीवन की नींव है।
नैतिकता धन से बड़ी होती है।
देश सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।
हिंसा कायरों का हथियार है।
सेवा और त्याग से जीवन महान बनता है।
सच्चाई का मार्ग भले ही कठिन हो, पर अंततः विजय उसी की होती है।
प्रेम से ही घृणा का नाश हो सकता है।
इंसान की पहचान उसके कर्मों से होती है।
आत्मविश्वास से बढ़कर कोई ताकत नहीं।
जिस दिन हम दूसरों का दुख महसूस करने लगते हैं, वही दिन सच्चे इंसान बनने का होता है।
छोटा कार्य भी ईमानदारी से करो।
हृदय की पवित्रता से ईश्वर का अनुभव होता है।
क्रोध और द्वेष से आत्मा अंधकारमय होती है।
निःस्वार्थ सेवा ही सबसे बड़ी साधना है।
जो अपने वचनों पर कायम रहता है वही महान है।
कर्तव्य ही सबसे बड़ी उपासना है।
परिश्रम से ही सफलता मिलती है।
वाणी और विचार की शुद्धि आवश्यक है।
हमें अपने कर्मों पर गर्व होना चाहिए।
सच्चाई से जीने वाला ही स्वतंत्र है।
प्रेम से ही ईश्वर की प्राप्ति होती है।
आत्मशक्ति ही सबसे बड़ी विजय है।
सेवा करने वाले का जीवन अमर हो जाता है।
दूसरों का भला करना ही सच्चा पुण्य है।
सत्य और प्रेम का मार्ग ही जीवन का सच्चा मार्ग है।
कभी भी गलत साधन से सही परिणाम नहीं मिल सकते।
मनुष्य की सबसे बड़ी शक्ति उसकी आत्मा है।
धर्म का अर्थ केवल पूजा नहीं, बल्कि सेवा और सत्य है।
स्वच्छता भी ईश्वर की उपासना है।
किसी के साथ अन्याय मत करो।
कमजोर को सहारा देना ही सच्ची ताकत है।
जीवन में हर स्थिति को धैर्य से स्वीकार करना चाहिए।
नफरत से केवल विनाश होता है।
ईश्वर सत्य है और सत्य ही ईश्वर है।
मन की शांति से ही जीवन सफल बनता है।
मेरी आत्मा का संदेश है – सत्य और अहिंसा।
नम्रता अहंकार से कहीं अधिक शक्तिशाली होती है।
व्यक्ति का मूल्य उसके चरित्र से आँका जाता है।
सच्चा धर्म वही है जो सभी जीवों से प्रेम करना सिखाए।
एक अच्छा विचार ही महान क्रांति ला सकता है।
जो दूसरों का भला सोचता है, वही सच्चा इंसान है।
अपनी गलती को स्वीकारना सबसे बड़ा साहस है।
बिना मेहनत के कोई भी उपलब्धि स्थायी नहीं होती।
सच को टालना आसान है, पर अंत में वही सामने आता है।
सेवा करने से बड़ा कोई धर्म नहीं है।
जीवन का असली सुख दूसरों को सुख देने में है।
हिंसा कभी स्थायी समाधान नहीं दे सकती।
जो अपने क्रोध पर नियंत्रण कर ले, वही महान है।
राष्ट्र की आत्मा उसकी संस्कृति और नैतिकता है।
सत्य की खोज ही जीवन की सबसे बड़ी यात्रा है।
जब तक विश्वास है, तब तक आशा है।
नफरत से नहीं, प्रेम से ही जीत संभव है।
चरित्रहीन ज्ञान समाज के लिए विनाशकारी है।
एक इंसान का बल उसकी आत्मा में होता है।
अनुशासन के बिना स्वतंत्रता अधूरी है।
आत्मसंयम ही असली शक्ति है।
सेवा करना ईश्वर की सच्ची पूजा है।
बुराई को बुराई से मिटाया नहीं जा सकता।
सत्य के मार्ग पर चलना कठिन है, पर अमूल्य है।
मनुष्य वही है, जो दूसरों के लिए जिए।
क्रोध और अहंकार आत्मा को कमजोर कर देते हैं।
सरल जीवन ही सच्चा जीवन है।
एक इंसान का जीवन ही उसका सबसे बड़ा संदेश है।
गलतियों से सीखना ही प्रगति है।
शांति बाहरी नहीं, आंतरिक स्थिति है।
जो दूसरों के लिए सोचता है, वही बड़ा है।
दुनिया को बदलना है तो पहले खुद को बदलो।
सत्य की रक्षा में ही जीवन का सौंदर्य है।
बिना विनम्रता के ज्ञान अधूरा है।
आत्मबल से ही असंभव को संभव किया जा सकता है।
धन कमाना सरल है, पर मान-सम्मान पाना कठिन।
सच्चा इंसान वही है जो वचन और कर्म में समान हो।
जीवन में सहनशीलता सबसे बड़ा आभूषण है।
कोई भी समस्या प्रेम और धैर्य से हल हो सकती है।
सेवा और त्याग से ही समाज महान बनता है।
सत्य एक दीपक की तरह है, जो अंधकार मिटा देता है।
दूसरों की मदद करना ही सच्ची कमाई है।
सफलता वही है, जो समाज के लिए उपयोगी बने।
आत्मा का बल ही जीवन की सबसे बड़ी ताकत है।
सच्चा इंसान वही है जो क्षमा करना जानता है।
समाज की भलाई से बढ़कर कोई लाभ नहीं।
सरलता ही सौंदर्य का मूल है।
बुराई से लड़ने का सबसे अच्छा हथियार है – अच्छाई।
जीवन का असली उद्देश्य मानवता की सेवा है।