सच और झूठ पर सुविचार
सच बोलने से आत्मा को शांति मिलती है।
झूठ बोलने से विश्वास हमेशा के लिए टूट जाता है।
सच की राह कठिन है, परंतु मंज़िल सुंदर है।
झूठ से मिली जीत स्थायी नहीं होती।
सच कभी छुपता नहीं, देर से ही सही सामने आता है।
झूठ इंसान को पलभर के लिए बचा सकता है, पर सच हमेशा सहारा देता है।
सच बोलने वाले को किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती।
झूठ के सौ पैर होते हैं, पर सच पर ही संसार खड़ा है।
झूठ से रिश्ते टूटते हैं, सच से रिश्ते मजबूत बनते हैं।
सच बोलना साहस का सबसे बड़ा प्रमाण है।
झूठ इंसान को भीतर से खोखला बना देता है।
सच कठिन हो सकता है, पर झूठ विनाशकारी है।
झूठ की चमक थोड़ी देर के लिए होती है, सच की रोशनी स्थायी है।
सच से भटकना स्वयं को धोखा देना है।
झूठ से बनी पहचान जल्दी मिट जाती है।
सच इंसान को ऊँचा उठाता है।
झूठ का रास्ता आसान लगता है, पर गहरा अंधकार लाता है।
सच में ईश्वर का वास होता है।
झूठ इंसान को डर में जीने पर मजबूर करता है।
सच से इंसान का सम्मान बढ़ता है।
झूठ से क्षणिक लाभ होता है, सच से जीवनभर की पूँजी मिलती है।
सच एक दीपक है, जो अंधकार मिटाता है।
झूठ इंसान के चरित्र को कलंकित करता है।
सच के लिए डटे रहना ही सच्चा धर्म है।
झूठ जितना भी मीठा हो, अंत में कड़वा लगता है।
झूठ के सहारे जीना जीवन का अपमान है।
सच का सामना करने वाला ही महान कहलाता है।
झूठ जितना भी छुपाओ, सामने आ ही जाता है।
सच का सहारा जीवन को सरल बना देता है।
सच बोलने वाला कभी भयभीत नहीं होता।
झूठ इंसान को अपनों से दूर कर देता है।
सच का मार्ग ही ईश्वर का मार्ग है।
झूठ इंसान के विश्वास को तोड़ देता है।
सच भले अकेला हो, पर वह सबसे शक्तिशाली है।
झूठ का ताना-बाना जल्दी बिखर जाता है।
सच बोलना ही सबसे बड़ा साहस है।
झूठ में फँसकर इंसान खुद को खो देता है।
सच इंसान के व्यक्तित्व को निखारता है।
झूठ से मिली खुशी क्षणिक होती है।
सच का साथ देने से आत्मा संतुष्ट होती है।
झूठ का पर्दा कभी ज्यादा समय टिक नहीं सकता।
सच इंसान को भीतर से मजबूत बनाता है।
झूठ से रिश्ते जहरीले हो जाते हैं।
सच में ईश्वर की कृपा होती है।
झूठ इंसान को पाप की ओर ले जाता है।
सच से ही समाज में न्याय स्थापित होता है।
झूठ का बोझ इंसान को अंदर से तोड़ देता है।
सच बोलने वाला कभी हारता नहीं।
झूठ का सहारा लेने वाला कभी खुश नहीं रह सकता।
झूठ इंसान को अपराधी बना देता है।
सच जीवन को उजाले की ओर ले जाता है।
झूठ की कोई नींव नहीं होती।
सच का रास्ता लंबा है, लेकिन सच्चा है।
झूठ इंसान की आत्मा को कलंकित करता है।
सच इंसान को गर्व दिलाता है।
झूठ से मनुष्य का सम्मान नष्ट हो जाता है।
सच से जीवन सार्थक होता है।
झूठ रिश्तों में जहर घोलता है।
सच प्रेम और विश्वास को मजबूत करता है।
झूठ का सहारा लेना अपनी कमजोरी दिखाना है।
सच इंसान को आत्मविश्वास देता है।
झूठ से इंसान हमेशा डरता रहता है।
सच इंसान को जीत की ओर ले जाता है।
झूठ कितनी भी कोशिश कर ले, सत्य को दबा नहीं सकता।
सच जीवन का सबसे बड़ा धन है।
झूठ इंसान को असत्य की ओर खींचता है।
सच से मनुष्य का आत्मबल बढ़ता है।
झूठ इंसान की आत्मा को बेचैन करता है।
सच से आत्मा का उद्धार होता है।
झूठ इंसान को स्वार्थी बनाता है।
सच इंसान को निस्वार्थ बना देता है।
झूठ का जाल इंसान को ही फँसा देता है।
झूठ इंसान को अपमानित करता है।
सच में न्याय की शक्ति छिपी होती है।
झूठ इंसान को खोखला बना देता है।
सच जीवन का सच्चा साथी है।
झूठ इंसान को अधर्म की ओर ले जाता है।
सच धर्म का सबसे बड़ा स्तंभ है।
झूठ इंसान की आत्मा को अशांत करता है।
सच आत्मा को मुक्त करता है।
झूठ से इंसान पतन की ओर जाता है।
सच से इंसान उत्थान की ओर जाता है।
झूठ इंसान को निर्बल करता है।
सच इंसान को निर्भीक बनाता है।
झूठ इंसान को खो देता है, सच इंसान को पा लेता है।
झूठ का सहारा लेकर कोई आगे नहीं बढ़ सकता।
सच से ही आत्मा पवित्र होती है।
झूठ का अंधकार सच की रोशनी से मिटता है।
सच इंसान को स्वतंत्र बनाता है।
झूठ इंसान को गुलाम बना देता है।
सच में ही जीवन का सौंदर्य है।
झूठ इंसान को संकट में डाल देता है।
सच इंसान का सबसे बड़ा मित्र है।
झूठ इंसान का सबसे बड़ा शत्रु है।
झूठ से इंसान खुद को खो बैठता है।
सच से इंसान जीवन पा लेता है।
झूठ के रास्ते कभी सफलता नहीं मिलती।
सच से जीवन की हर समस्या हल हो सकती है।
झूठ इंसान के अंदर की रोशनी बुझा देता है।
सच इंसान को हमेशा प्रकाशित करता है।
झूठ मनुष्य के भीतर पाप भरता है।
सच इंसान को सद्गुणों से भर देता है।
झूठ क्षणिक है, सच शाश्वत है।
सच इंसान की सच्ची ताकत है।
झूठ इंसान को रास्ता भुला देता है।
सच इंसान को मंज़िल दिखाता है।
झूठ इंसान को हार की ओर ले जाता है।
सच इंसान को जीत की ओर ले जाता है।
झूठ इंसान को अधर्म का साथी बनाता है।
सच इंसान को धर्म का साथी बनाता है।
झूठ इंसान को नीच बनाता है।
सच इंसान को महान बनाता है।
झूठ इंसान की पहचान मिटा देता है।
सच इंसान की पहचान बना देता है।
झूठ केवल पलभर के लिए टिकता है।
सच युगों-युगों तक जीवित रहता है।
झूठ का अंत दुख में होता है।
सच का अंत सुख में होता है।
झूठ इंसान को गलत राह पर ले जाता है।
सच इंसान को सच्ची राह दिखाता है।
सच के मार्ग पर चलना कठिन है, लेकिन अंत में वही विजय पाता है।
झूठ थोड़ी देर तक चमकता है, सच हमेशा प्रकाश फैलाता है।
सच बोलने वाले को डरने की आवश्यकता नहीं होती।
झूठ से कमाया हुआ सुख कभी स्थायी नहीं होता।
सच का मार्ग भले ही कठिन हो, पर मंज़िल शांति देती है।
झूठ से बना रिश्ता कमजोर होता है, सच से बना रिश्ता अटूट।
सत्य एक दीपक की तरह है, जो अंधकार मिटाता है।
झूठ का सहारा लेने वाला हमेशा असुरक्षित रहता है।
सच की जीत में ही जीवन का सच्चा सुख है।
झूठ के पांव छोटे होते हैं, वह दूर तक नहीं जा सकता।
सत्य से ही इंसान का चरित्र महान बनता है।
झूठ को छुपाने के लिए हजार झूठ बोलने पड़ते हैं।
सत्यता से जीने वाला व्यक्ति सबका विश्वास जीतता है।
झूठ का सहारा लेने से आत्मा बोझिल हो जाती है।
सच बोलने वाला व्यक्ति निडर होकर जीता है।
झूठ इंसान को भीतर से खोखला कर देता है।
सत्य धर्म का सबसे बड़ा स्तंभ है।
झूठ जीवन में अशांति लाता है।
सच कभी हारता नहीं, देर से ही सही पर जीतता है।
झूठ कभी स्थायी आनंद नहीं दे सकता।
सत्य से ही मन को शांति मिलती है।
झूठ से कमाई गई सफलता जल्दी नष्ट हो जाती है।
सच जीवन को सरल और सहज बनाता है।
झूठ रिश्तों में विश्वास को तोड़ देता है।
सच बोलना साहस की पहचान है।
झूठ इंसान को अपमानित कर देता है।
सत्य जीवन का सबसे बड़ा आभूषण है।
झूठ से बनी इमारत जल्द गिर जाती है।
सच बोलने से आत्मबल बढ़ता है।
झूठ इंसान की पहचान को मिटा देता है।
सत्य पर चलना ईश्वर की भक्ति है।
झूठ का साथ देने वाला हमेशा पछताता है।
सच इंसान को मजबूत बनाता है।
झूठ इंसान को कायर बना देता है।
सत्य मार्ग पर चलने से आत्मिक शांति मिलती है।
झूठ से बना साम्राज्य जल्द नष्ट हो जाता है।
सच हमेशा विश्वास की नींव मजबूत करता है।
झूठ जीवन को बोझिल बना देता है।
सच इंसान को पवित्रता की ओर ले जाता है।
झूठ इंसान को पाप की ओर धकेलता है।
सत्य बोलना साहसी का काम है।
सच बोलने वाला व्यक्ति सच्चा मित्र होता है।
झूठ बोलने वाला कभी मित्र नहीं हो सकता।
सत्य का मार्ग कठिन पर फलदायी है।
झूठ का मार्ग आसान पर विनाशकारी है।
झूठ जीवन को जटिल बना देता है।
सत्य इंसान को महान बनाता है।
झूठ इंसान को नीचा दिखाता है।
सत्य बोलना सबसे बड़ा पुण्य है।
झूठ बोलना सबसे बड़ा पाप है।
सच से समाज में विश्वास कायम होता है।
झूठ से समाज में अविश्वास बढ़ता है।
सच इंसान को सम्मान दिलाता है।
झूठ इंसान को बदनाम कर देता है।
सत्य से जीवन प्रकाशित होता है।
झूठ से जीवन अंधकारमय हो जाता है।
सच बोलना एक आदत है, जिसे अपनाना चाहिए।
झूठ बोलना एक बुरी आदत है, जिसे छोड़ना चाहिए।
सत्य मार्ग पर चलकर ईश्वर तक पहुँचा जा सकता है।
झूठ का मार्ग इंसान को विनाश की ओर ले जाता है।
झूठ की ताकत थोड़ी देर की है।
सच बोलने वाला व्यक्ति निडर रहता है।
झूठ बोलने वाला व्यक्ति हमेशा डर में रहता है।
सत्य से जीवन का उत्थान होता है।
झूठ से जीवन का पतन होता है।
सच से रिश्तों में मिठास आती है।
झूठ से रिश्ते टूट जाते हैं।
सत्य ही जीवन का सच्चा साथी है।
झूठ जीवन का सबसे बड़ा शत्रु है।
सच बोलना आत्मसम्मान की निशानी है।
झूठ बोलना आत्मसम्मान खोना है।
सच इंसान को आत्मविश्वासी बनाता है।
झूठ इंसान को कमजोर बनाता है।
सत्य इंसान को पवित्र रखता है।
झूठ इंसान को पाप में डुबो देता है।
सच के सामने झूठ टिक नहीं सकता।
झूठ के सामने सच और भी चमकता है।
सच इंसान को जीवनभर शांति देता है।
झूठ इंसान को जीवनभर चिंता में रखता है।
सत्य का मार्ग ईश्वर का मार्ग है।
झूठ का मार्ग शैतान का मार्ग है।
सच जीवन का सबसे बड़ा धन है।
झूठ जीवन का सबसे बड़ा ऋण है।
सच इंसान को ईश्वर के करीब लाता है।
झूठ इंसान को ईश्वर से दूर करता है।
झूठ से मन अशुद्ध होता है।
सच बोलना ही सबसे बड़ी भक्ति है।
झूठ बोलना सबसे बड़ा अधर्म है।
सच से जीवन सुंदर बनता है।
झूठ से जीवन कुरूप हो जाता है।
सत्य का मार्ग इंसान को मोक्ष तक ले जाता है।
झूठ का मार्ग इंसान को बंधन में डालता है।
सच का साथ देना ईश्वर का साथ देना है।
झूठ का साथ देना शैतान का साथ देना है।
सच के बिना धर्म अधूरा है।
झूठ के बिना पाप अधूरा है।
सच इंसान को स्वतंत्र बनाता है।
झूठ इंसान को बंधन में डालता है।
सत्य पर चलना साधुता की निशानी है।
झूठ पर चलना पाप की निशानी है।
सच आत्मा की आवाज़ है, जिसे सुनना चाहिए।
झूठ मन का भ्रम है, जिसे त्यागना चाहिए।
सत्य में ही वास्तविक आनंद है।
झूठ में केवल दुख और पछतावा है।