संगत पर सुविचार
जैसी संगत होगी, वैसा ही स्वभाव बनता है।
बुरी संगत इंसान को धीरे-धीरे गिरा देती है।
अच्छी संगत जीवन को उज्ज्वल बना देती है।
संगत का असर मन और विचारों पर तुरंत पड़ता है।
बुरी संगत से बचना ही सबसे बड़ी समझदारी है।
जैसी संगति, वैसा परिणाम।
सज्जनों की संगत से सद्बुद्धि प्राप्त होती है।
बुरी संगति से अच्छे व्यक्ति भी बिगड़ जाते हैं।
संगत इंसान की पहचान बनाती है।
जो जैसी संगति करता है, वैसा ही बन जाता है।
मित्र और संगति जीवन की दिशा बदल देते हैं।
संगति के कारण चरित्र मजबूत या कमजोर होता है।
अच्छी संगति सफलता का द्वार खोलती है।
संगति का असर मौन रहकर भी होता है।
संगत विचारों का दर्पण है।
बुरी संगति से दूर रहना ही कल्याण है।
संगत का रंग अनजाने में चढ़ जाता है।
अच्छी संगति मन को शांति देती है।
बुरी संगति मन को अशांत बना देती है।
संगत आत्मा को ऊँचाई या गिरावट देती है।
जैसे दूध में केसर घुल जाए, वैसे ही अच्छी संगत असर करती है।
बुरी संगति से सद्गुण भी समाप्त हो जाते हैं।
संगत इंसान के विचारों की खेती है।
संगति ही व्यक्ति को सज्जन या दुष्ट बनाती है।
अच्छी संगति से जीवन सरल और सुखी बनता है।
बुरी संगति से जीवन दुःखमय हो जाता है।
संगति से संस्कार बदल जाते हैं।
संगत से ही बुद्धि परिष्कृत होती है।
अच्छी संगति आत्मा को प्रकाश देती है।
संगति का प्रभाव चिरस्थायी होता है।
संगत मनुष्य के विचारों का आधार है।
संगत बदलते ही जीवन बदल जाता है।
संगति सद्गुणों का शिक्षक है।
बुरी संगति बुरी आदतों की जननी है।
संगति से स्वभाव का निर्माण होता है।
संगति इंसान की सफलता और असफलता तय करती है।
अच्छी संगति से बुद्धि में निर्मलता आती है।
संगति मनुष्य का संस्कार गढ़ती है।
संगत मनुष्य की असली पूँजी है।
संगत इंसान को उसके लक्ष्य तक पहुँचाती है।
संगति से ही विचार पवित्र या अपवित्र बनते हैं।
सज्जनों की संगत अमृत के समान है।
बुरों की संगत जहर के समान है।
संगति का असर इंसान की बोली और आचरण में दिखता है।
संगत मनुष्य को आलोकित या अंधकारमय करती है।
संगति ही व्यक्ति का भविष्य बनाती है।
संगति मनुष्य के व्यक्तित्व का दर्पण है।
जैसी संगत होगी, वैसा चरित्र बनेगा।
संगति सफलता की सीढ़ी है।
बुरी संगति जीवन में दुःख का कारण है।
संगत इंसान को महान बना सकती है।
संगत इंसान को पतन की ओर भी ले जा सकती है।
संगत से ही जीवन का मूल्य बनता है।
अच्छी संगत आत्मा को शांति देती है।
संगत जीवन की सबसे बड़ी शिक्षक है।
संगत का असर धीरे-धीरे पर स्थायी होता है।
सज्जनों की संगत से सद्गुण प्राप्त होते हैं।
संगत विचारों का उद्गम स्थल है।
संगत जीवन का प्रतिबिंब है।
संगत से ही मनुष्य के संस्कार तय होते हैं।
संगत अच्छे-बुरे विचारों का स्रोत है।
संगत आत्मा को आलोकित करती है।
संगत से जीवन की दिशा बदल जाती है।
संगत जीवन की सबसे बड़ी पूँजी है।
संगत इंसान के मन की धारा बदल देती है।
संगत ही इंसान का मार्गदर्शक है।
बुरी संगत पाप की जड़ है।
अच्छी संगत पुण्य की जननी है।
संगत का असर सोच से ज्यादा कर्म में दिखता है।
संगत से ही इंसान की पहचान होती है।
संगत जीवन का रंग बदल देती है।
संगत आत्मा को निर्मल या मलिन बनाती है।
संगत से जीवन में प्रकाश या अंधकार आता है।
संगत व्यक्ति की प्रवृत्ति बदल देती है।
संगत इंसान की तकदीर लिख देती है।
संगत आत्मा की यात्रा का साथी है।
संगति से आदतें बदल जाती हैं।
संगति से स्वभाव निर्मित होता है।
संगति से बुद्धि की दिशा तय होती है।
संगति से ही हृदय में शुद्धता आती है।
संगत से जीवन का आनंद बढ़ता है।
संगत ही विचारों का बीज बोती है।
संगति इंसान के व्यवहार को गढ़ती है।
संगति व्यक्ति को योग्य या अयोग्य बनाती है।
संगति में छुपा है जीवन का रहस्य।
संगत से जीवन में अच्छाई या बुराई आती है।
संगति आत्मा की परीक्षा है।
संगति का असर व्यक्तित्व में साफ दिखता है।
संगति जीवन को महान या साधारण बनाती है।
संगत से जीवन की गहराई बढ़ती है।
संगत से आत्मा को नई दिशा मिलती है।
संगत ही मनुष्य की सबसे बड़ी शिक्षा है।
संगत इंसान की बुद्धि का आईना है।
संगति जीवन के संस्कार गढ़ती है।
संगत इंसान को देवत्व या दानवत्व देती है।
संगत से जीवन की सोच बदल जाती है।
संगत इंसान का मार्ग निश्चित करती है।
संगत इंसान को आलोकित कर देती है।
संगत आत्मा की यात्रा का मूल है।
संगत इंसान की पहचान की पहली सीढ़ी है।
संगत सुविचार
जैसी संगत होगी, वैसा ही जीवन बन जाएगा।
अच्छी संगत में रहकर मन भी पवित्र हो जाता है।
बुरी संगत इंसान को धीरे-धीरे बर्बाद कर देती है।
संगत से स्वभाव बदलते हैं।
संतों की संगत जीवन को उजाला देती है।
संगत का असर चुपचाप जीवन पर पड़ता है।
बुरी संगत से बचना ही सबसे बड़ी समझदारी है।
संगत से आदतें और आदतों से भविष्य बनता है।
अच्छे मित्र और अच्छी संगत जीवन का वरदान हैं।
संगत इंसान का असली परिचय कराती है।
संगत से सोच का स्तर तय होता है।
जैसी संगत, वैसे संस्कार।
संगत जीवन का दर्पण है।
संगत से ही व्यक्तित्व चमकता है।
बुरी संगत अच्छे इंसान को भी गिरा देती है।
संगत से विचार शुद्ध होते हैं।
संगत का महत्व जीवनभर रहता है।
संतों की संगत अमृत समान होती है।
संगत से ही सुख-दुख की दिशा तय होती है।
संगत से जीवन में अनुशासन आता है।
संगत की शक्ति अनमोल है।
संगत इंसान की पहचान है।
संगत का असर बिना बताए दिख जाता है।
संगत से मनुष्य का भविष्य निर्मित होता है।
संगत से ही प्रेरणा और उत्साह मिलता है।
संगत इंसान को श्रेष्ठ बना सकती है।
संगत से जीवन के निर्णय प्रभावित होते हैं।
संगत के अनुसार इंसान का आचरण बनता है।
संतों की संगत में जीवन सफल हो जाता है।
संगत का फल हमेशा मिलता है।
संगत से मनुष्य की आदतें बदलती हैं।
संगत इंसान को ज्ञानवान या अज्ञानवान बना देती है।
संगत से आत्मबल मिलता है।
संगत इंसान की सफलता की सीढ़ी है।
संगत की महिमा अपरंपार है।
संगत से इंसान की सोच तय होती है।
बुरी संगत से अच्छाई भी खो जाती है।
संगत का असर स्थायी होता है।
संगत से चरित्र का निर्माण होता है।
संतों की संगत से आत्मशांति मिलती है।
संगत मनुष्य के आचरण की दिशा तय करती है।
संगत से ही शिक्षा का बीज बोया जाता है।
संगत इंसान के मन पर गहरी छाप छोड़ती है।
बुरी संगत से बचना ही कल्याण है।
संगत का असर विचारों में दिखता है।
संगत इंसान का जीवन बदल देती है।
संगत से व्यक्ति के कर्म प्रभावित होते हैं।
संगत इंसान की पहचान का दर्पण है।
संगत से सफलता या असफलता तय होती है।
संगत का असर धीरे-धीरे जीवन पर छा जाता है।
संगत से मन की स्थिति बदलती है।
संगत से अच्छाई या बुराई पनपती है।
संगत इंसान को आलसी या परिश्रमी बना देती है।
संगत के अनुसार इंसान की चाल-ढाल बदलती है।
संगत से संस्कार मजबूत होते हैं।
संगत जीवन में मार्गदर्शन करती है।
संगत से विचारों में स्पष्टता आती है।
संगत से आचरण सुधरता है।
संगत का असर बोलचाल में दिखता है।
संगत इंसान को विनम्र बनाती है।
बुरी संगत का अंत दुखदायी होता है।
संगत से आत्मविश्वास बढ़ता है।
संगत से व्यक्ति का मनोबल ऊँचा होता है।
संगत में रहकर ही इंसान सच्चा ज्ञान पाता है।
संगत इंसान की सोच का आधार है।
संगत इंसान की पहचान बना देती है।
संगत से मनुष्य जीवन में सरलता आती है।
संगत इंसान को संस्कारी बनाती है।
संगत के बिना जीवन अधूरा है।
संगत इंसान की सफलता का रहस्य है।
संगत का असर आजीवन रहता है।
संगत इंसान की महत्वाकांक्षा बढ़ाती है।
संगत इंसान के गुणों का विकास करती है।
संगत से आत्मज्ञान प्राप्त होता है।
संगत इंसान को धैर्यवान बनाती है।
संगत से मनुष्य सच्चाई के मार्ग पर चलता है।
संगत से जीवन में रोशनी आती है।
संगत इंसान की सोच का प्रतिबिंब है।
संगत से आत्मिक बल बढ़ता है।
संगत का असर परिवार पर भी पड़ता है।
संगत इंसान को कर्मशील बनाती है।
संगत से जीवन में प्रेरणा मिलती है।
संगत इंसान को ईमानदार बनाती है।
संगत से विचार उच्च होते हैं।
संगत इंसान को समाज में आदर दिलाती है।
संगत से मनुष्य सच्चा सुख पाता है।
संगत इंसान को सत्कर्मी बनाती है।
संगत से मनुष्य का हृदय पवित्र होता है।
संगत इंसान की दिशा तय करती है।
संगत इंसान को संस्कारवान बनाती है।
संगत से व्यक्ति का जीवन मूल्यवान होता है।
संगत इंसान को संयम सिखाती है।
संगत से जीवन में शांति आती है।
संगत इंसान को संतोषी बनाती है।
संगत से मनुष्य का मन स्थिर होता है।
संगत इंसान को महान बना देती है।
संगत से इंसान सच्चा मार्ग पाता है।
संगत से मनुष्य का व्यक्तित्व श्रेष्ठ होता है।
संगत इंसान को दूसरों के लिए आदर्श बनाती है।
संगत से जीवन का हर कदम सफल हो जाता है।